Tuesday, December 7, 2010

एक दिन पत्रिका में

श्रीगंगानगर,  हमारे साथी संदीपसिंह धामू भास्कर छोड़कर पत्रिका में ज्वाइन कर चुके थे, लेकिन किन्हीं कारणों से उनकी पत्रिका में पटरी नहीं बैठी और पत्रिका में एक दिन कार्य करने के बाद वे फिर से भास्कर में पहुंच गए हैं। चर्चा है कि वे अब भास्कर प्रबंधन की नजरों में चढ़ चुके हैं और समय आने पर उन्हें 'निपटाया' भी जा सकता है। वैसे धामू बेहद मिलनसार व कर्मठ रिपोर्टर हैं तथा वे काम के अलावा इधर-उधर की राजनीति पर ध्यान नहीं देते। आशा है उन्हें भास्कर स्टाफ व प्रबंधन पहले जितनी ही तव्वजो देगा।

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