Sunday, December 26, 2010

हनुमानगढ़ पत्रिका- भास्कर में घमासान

हनुमानगढ़ में इन दिनों पत्रिका- भास्कर में खूब घमासान मचा हुआ है | दोनों अखबारों गंगानगर से अलग  ''हनुमानगढ़-संस्करण'' शुरू कर दिए है | प्रसार,विज्ञापन से ज्यादा इन दिनों समाचारों को लेकर जंग छिड़ी हुई है | दोनों के कार्यालयों में सम्पादक-मंडल में करीब 8 -9 पत्रकार होने के बावजूद भी अन्य अखबारों के पत्रकारों से भी सहयोग लिया जा रहा है | हालात ऐसे हो गए है की   पत्रिका- भास्कर के पत्रकारों को सुबह होने के इंतजार में  आजकल रात को नींद भी ढंग से नहीं आती है | कुछ तो 4 बजते ही गेट पर खड़े होकर होकर का इंतजार करने लग जाते है | उनका बस चले तो वे गंगानगर से आती  अख़बार ढ़ोने  वाली जीप के सामने ही चले जाये | कारण सिर्फ एक है वो है ''डर''  |  डर लगता है उन्हें की कही कोई समाचार छुट न जाये | क्राइम,कोर्ट,विभाग से लेकर सभी प्रकार के समाचारो के अलावाविशेस समाचारो (स्टोरी) पर भी ध्यान देना पड़ रहा है |  नारद जी को पता चला है की पिछले दिनों एक ही दिन में पत्रिका ने दो बड़े कोर्ट के समाचार छोड़ दिए जो भास्कर ने छाप दिए | इस पर पत्रिका ब्यूरो-चीफ को गंगानगर और जयपुर से खूब करी-खोटी सुननी पड़ी  |



सूत्र - नारद जी को हनुमानगढ़ से मिली एक मेल के अनुसार 

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