Saturday, December 18, 2010

भास्कर में घमासान

चर्चा है कि इन दिनों श्रीगंगानगर भास्कर में परदेसियों और लॉकल वालों में जमकर घमासान मचा हुआ है। परदेसी अपनी सोच, अपने विचार और अपनी जानकारी के अनुसार कार्य कर रहे हैं, जबकि लॉकल वाले चाहते हैं कि उनकी बराबर पूछ होती रहे। लॉकल वालों को अपेक्षा है कि परदेसी उनके अहसान तले काम करें, जबकि परेदसी उनकी उपेक्षा करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। छोड़े भी क्यों, जब वे उनसे अधिक काबिल और बेहतर हों। लॉकल वाले, खासकर कथित सिटी रिपोर्टर और संपादक (सुधीर मिश्रा नहीं) इन दिनों परदेसियों से बेहद परेशान हैं और आए दिन अच्छी-खासी झड़प भी हो जाती है। एक दिन तो सुबह की बैठक में परदेसी इतने हावी हुए कि लॉकल वाले एक-दूसरे का मुंह तकते रह गए। ध्यान रहे, श्रीगंगानगर भास्कर में कई परदेसी बंधू इन दिनों सेवाएं दे रहे हैं, जिनसे लॉकल वाले खार खाए बैठे हैं। 


सूत्र - नारद जी को एक समाचार-पत्र के कार्यालय से मिली एक मेल के अनुसार 

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